कलम की नोक पे कहानी रखी है साकी और शराब कलम की नोक पे कहानी रखी हैमैंने इक ग़ज़ल तुम्हारे सानी रखी हैइन आँखों को अब क्या कहें हमदो प्यालों में शराब पुरानी रखी है! Share on: